सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

व्यवस्थाविवरण 5:6 लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

व्यवस्थाविवरण 5:6 का अर्थ क्या है ? Step-by-step

 व्यवस्थाविवरण 5:6 का अर्थ क्या है ? Step-by-step  यह वचन परमेश्वर के चरित्र और मनुष्य के साथ उसके संबंध की नींव रखता है। तेरा परमेश्वर यहोवा जो तुझे दासत्व के घर आर्यात् मिस्र देश में से निकाल लाया है वह मैं हूं। यहोवा परमेश्वर अपना परिचय केवल एक महान सृष्टिकर्ता के रूप में नहीं देते बल्कि एक व्यक्तिगत उद्धारकर्ता के रूप में देते हैं।  वह अपने आप को यहोवा The LORD कहकर पहचान देते हैं, जिसका अर्थ है मैं जो हूँ सो हूँ यानी    परमेश्वर आज्ञाएं देने से पहले बताते हैं कि वह कौन हैं और उन्होंने क्या किया है इसका मतलब है कि आज्ञापालन प्रेम और कृतज्ञता की प्रतिक्रिया होनी चाहिए न कि मुक्ति पाने का प्रयास।   मिस्र फिरौन शैतान का प्रतीक है इस्राएल उसके अधीन था, जो उनसे से क्रूरता से काम करवाता था। आत्मिक रूप से यह उस स्थिति को दर्शाता है जहाँ मनुष्य पाप की शक्ति और स्वार्थ के अधीन होकर कष्ट भोगता है।   मिस्र संसार और उसकी इच्छाओं का प्रतीक है जो हमें सच्चे जीवन से बांधे रखती है। What is the meaning of Deuteronomy 5:6?   हर व्यक्ति जन्म से ही एक आत्मिक ...